Resistor
Type
Simple resistor – यह सब से ज्यादा नंबर में लगे होते है यह
मोबाइल PCB के सब से छोटे कॉम्पोनेन्ट
होते है इसे
थिनचिप रेसिस्टर भी कहते हे इस रेसिस्टर को बनाने के
लिए सिरेमिक
पदार्थका यूज पतली फ्लिम के रुप में किया
जाता है यह पदार्थ क्रोमियम , स्लिवर , कॉच , को
मिलाकर बनाया जाता है
Fuse
Resistor – इस टाइप के रेसिस्टर का मान 0 होता है
यह एक टाइप
के फ्यूज या जम्पर के रुप में लगाया जाता
है सर्किट में इसे करंट के अनुरुप लगाया
जाता है करंट
आने पर यह ओपन हो जाते है यह
सीरीज कनेक्शन में लगे
होते है
Package
resistor & Dual Type Resistor–
एक ही
बॉडी या पैकेज में लगाये गए एक या एक से अधिक
सामान मान के रेसिस्टर के समूह को
नेटवर्क रेसिस्टर
कहते है मोबाइल PCB में अधिकतर ड्यूल
लाइन पैकेज के
नेटवर्क रेसिस्टर लगाये जाते है जो प्राय: एक मान के
होते है यह
नेटवर्क सेक्शन में लगा मिल सकता है । दो
रेसिस्टर एक साथ ड्यूल रेसिस्टर कहते
है यह सीरीज
कनेक्शन में लगे होते है
Code type
resistor-
पीसीबी में लगये
गया इस तरह के रेसिस्टर जिसकी बॉडी
पर किसी तरह का कोड लिखा हो कोड रेसिस्टर
कहलाता है
यह रेसिस्टर मोबाइल फोन पर 1% से 5% ही
लगाये
जाते है यह चार्जिंग सेक्शन में सीरीज कनेक्शन में लगा
होता है यह
चार्जिंग IC के आउटपुट में सीरीज में लगा
होता है ।इसको replace करना होता है इसको हटा कर
जम्पर नहीं
करते है
R22 =.22
ohms , 2R2=2.2 ohms , 310=31 ohms , 311=310
ohms , 2711=2710 ohms
VDR (Voltage
Dependent Resistor ) –
VDR को voltage
dependent resistor (VDR) कहते है VDR
का रेजिस्टेस variable (मतऱब काम ज्यादा होना ) होता है
और उस पर आने वाले वोल्टेज पर निभर
होता है जब
वोल्टेज कम होता है तब VDR का
रेजिस्टेंस कम हो
जाताहै पर जब वोल्टेज ज्यादा होता हे तब VDR का
रेजिस्टेंस बढ़ जाता है यह सर्किट में ओवर
वोल्टेज से
प्रोटेक्शन के लिए लगे होते है यह दिखने में नार्मल
रेसिस्टर जैसे
दिखाई देता है इसको मल्टीमीटर की रेंज पर
रख
कर चेक करनेपर बीप आये तो शोर्ट माना जाता है
बीप रेंजपर चेक करनपे पर बीप
नहीं आनी चाहिए । यह
मोबाइल सर्किट में ज्यादातर पैरालल कनेक्शन में लगे होते
है
Thermistor -
Thermistor एक रेसिस्टर का प्रकार होता है जो temp
कंट्रोल करने के लिए लगाया जाता हैजब सर्किट में
हीटिंग
ज्यादा होने लगती है तब thermistor रेसिस्टर का
रेजिस्टेंस
बड़ने लगता है जिस से over temp
होनेपर सर्किट को
हीटिंग से बचाए और ज्यादा
वोल्टेज को पास ना होने दे
(an electrical resistor whose resistance is greatly
reduced by heating,
used for measurement and
control) Thermistor नार्मल रेसिस्टर जैसे दिखाई देता है
यह ज्यादातर
मोबाइल में चार्जिंग सेक्शन में यूज किये
जाते है इनकी टेस्टिंग भी नार्मल रेसिस्टर
जैसे होते है
·
सीरीज
कनेक्शन में लगे रेसिस्टर ज्यादातर पानी या हीट के कारणओपन हो जाते है यूज हटा
कर जम्पर लगा सकते है पर पहले यह जरुर चेक करे की रेसिस्टरसीरीज में या पैरालल में लगा हे
·
सीरीज
रेसिस्टर सनेक्शन में लगा हे यह चेक
करने के लिए कोल्ड टेस्टिंग करना चाहिए। मल्टीमीटर के रेड प्रोब को GND पर और ब्लैक प्रोब को रेसिस्टर के दोनो तरफ
लगा कर चेक करे ।
·
अगर
दोनो ओर रीडिंग आती है इसका मतलब रेसिस्टर सीरीज कनेक्शन में है ।
·
अगर एक
ओर रीडिंग और एक बीप आये इसका मतलब पैरालल कनेक्शन में है ।
·
अगर
रेसिस्टर दोनों ओर से बीप आये तब उसको निकालने से पहले यह चेक कर लेगें की उसकी
सप्लाई में कोई कापसिटर तो शोर्ट नहींहै क्यूकी ज्यादातर रेसिस्टर सर्किटमें
सीरीज कनेक्शन में लगे होते है
·
पैरालल
कनेक्शन में लगे रेसिस्टर जैसे VDR पानी या हीट के
कारण शेार्ट हो जाते है तब उनको निकाल देना चाहिए
रेसिस्टर को मल्टीमीटर
से चेक करने की विधि –
·
मल्टीमीटर
को बीप की रेंज पर और ओहृम्स की रेंज पर रख कर उसकी प्रोब को रेसिस्टर के दोनो
सिरों से टच करेंगे ।
·
यदि
वैल्यू बताता है तो रेसिस्टरसही माना जाता हें यदि वैल्यू 1 बता रहा है तो ओपन
मापा जाता हे 1 बताने पर 20k ओह्म्स की रेंज पर मल्टीमीटर को सेट कर के चेक
करेंगें ।
·
मल्टीमीटर
को बीप मोड पर रख के रेसिस्टर को चेक करने पर बीप के साथ रीडिंग आती है तो सही
माना जायेगा , 100 ओह्म्स से ज्यादा मान वाले रेसिस्टर
सिर्फ वैल्यू शो करते है बीप नहीं आती है
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रीडिंग
आएगी तो सही माना जायेगा
रीडिंग 1 आएगी तो ओपन माना
जायेगा






