Capacitor
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Capacitor मोबाइल सर्किटमें पैरालल कनेक्शन में लगे होते है क्योकि इनका काम करट को फिल्टर
कर के unwanted फ्रीक्वेसी को GND करना
होता है
बीप आने पर कैपासिटर
शोर्ट माना जाता है
धातु कि
दो प्लेटों के बीच कोई कुचालक पदार्थ रखकर, प्लेटो में से एक –एक
तार निकाल दिया जाऍ तेा इस तरह बने डिवाइस को केपेसीटर कहा जाता है ।
केपेसीटर एक
बैटरी की तरह काम करता है यह करंट को स्टोर करता है जिस प्रकार टंकी में स्टोर
पानी को दुबारा निकाला जा सकता है ठीक उसी
प्रकार केपेसीटर में स्टोर किये गये आवेशो को भी दुबारा प्राप्त कियाजा सकता है
केपेसीटर का काम विधुत ऊर्जा को एकत्रित दुबारा प्रदान करना है
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केपेसीटर
के इस प्रक्रिया को केपेसीटर कि चार्जिंग-डिसचार्जिग प्रक्रिया कहा जाता है
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केपेसीटर
के द्वारा विधुत को स्टोर करने कि क्षमता को केपेसीटर का किपकसिटेन्स कहते है
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केपेसिटेन्स
को C अक्षर
से प्रदर्शित किया जाता है केपेसिटेन्स को "F" Farad से मापा जाता है
कैपसिटर का विभिन्न
सर्किट में प्रयोग काम
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कैपसिटर
मुख्य काम AC को पास करना व DC को रोकना होता हैं।
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यह खराब सिग्रल को रिजेक्ट एवं नए सिग्रल को उत्पन्न करता हैं।
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सिग्रल फिल्टर करना l ( Non-Polar Capacitor )
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करंट फिल्टर करना l ( Non-Polar Capacitor )
Polority के हिसाब से कैपसिटर दो तरह के होते हैं।
1. Polorised Capacitor / Electrolytic – ऐसे कैपसिटर जिनमें negative और positive
टर्मिनल होते है Polorised
Capacitor कहलाते
हैं। इन Capacitor को circuit में
लगाते समय नेगेटिवव पॉजिटिव का विशेष ध्यान रखना पड़ता है यदि उजटे लगा दिए जाए
तो यह गरम हेाकर फट जाते है
1. Non-Polarized Capacitor - ऐसे
कैपसिटर जिनमें negative और positive
टर्मिनल नहीं होते है । Non
Polorised Capacitor कहलाते हैं। इन Capacitor चाहे जैसे लगा सकते हैं
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पैरालल
कनेक्शनको चेक करने के लिए कैपासिटर में कोल्ड टेस्टिंग करे , मल्टीमीटर के रेड प्रोब को GND पर और ब्लैक
प्रोब को कैपासिटर के दोनो ओर लगा के चेक करेंगे
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एक और
रीडिंग और एक और बीप आये तेा पैरालल कनेक्शन में
है दोनों ओर बीप आये तो शोर्ट माना जाता है कैपासिटर को remove कर देंगे
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कैपासिटर
सीरीज कनेक्शन बहुत कम लगे होते है नेटवर्क सेक्शन और माइक सेक्शन में कैपासिटर
आपको सीरीज कनेक्शन में मिल सकते है
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बूस्ट
कॉएल के पास लगे कैपासिटर को replace किया जाता है अगर
कैपासिटर को हटा देंगे तो बूस्ट कॉएल करंटको बूस्ट नहीं करेगा , लाइट सेक्शन और पॉवर IC के पास लगे कैपासिटर को शोर्ट होने पर replace करना चाहिए
मल्टी-मीटर कैपासिटर चैक करने का तरीका –
· मल्टीमीटर को Buzzer-Mode पर सेट
करे , कैपासिटर के दोनें सिरो पर प्रोब को टच करेंगं , बीप की आवाज आने पर शेार्ट है
· नॉन इलेक्ट्रॉलायटिक व नाम्न पॉलर कैपासिटर NPC में+ व – नहीं
होतेहै इसलिये इन्हें हटाते व लगाते समय उल्टे – सीधे का कोई मतलब नहीं होता है
· इलेक्ट्रॉलायटिक व पॉलर कैपासिटर में + व – होते है इनको उल्टा
लगाने पर यह गरम हो कर जल जाते है
Semi- Conductor
जिन पदार्थो में से विधुत धारा कुचालक की अपेछा
आसानी से परन्तु चालक की अपेछा कठिनता से प्रवाहित होती है जिन पदार्थों में फ्री
इलेक्ट्रानका प्रभाव कुचालक के अपेछा ज्यादा परन्तु चालक की अपेछा कम होता है
एसे पदार्थलिनकी प्रतिरोधकता (करटं रोकने की छमता) सुचालक व कुचालक के बीच में
होती है अर्द्ध-चालक या Semi Conductor कहलाते
है
वैसे तो शुद्ध
सिलिकॉन और जर्मेनियम में फ्री इलेक्ट्रान
के नंबर कम रहती है परन्तु भिनभिनप्रकार के वर्क के लिए शुद्ध सिलिकॉन और
जर्मेनियम में कुछ अशुद्धियॅ मिलायी जाती है
फलस्वरुप विधुत धारा के चलन के लिए
फ्री इलेक्ट्रॉन के नंबर में वृद्धि हो जाती है इस प्रकार के क्रिया को डोपिंग की
क्रिया से निम्न दो प्रकार के क्रिस्टल बनाये जाते है
· P type crystal
· N type crystal
जब एक P टाइप सिलिकॉन या जर्मेनियम पदार्थ , दुसरे N टाइप सिलिकॉन या जर्मेनियम पदार्थ के साथ मिलाता
है तो एक P-N जंक्शन
बनता है




